आवाज हिमाचल। सुजानपुर
प्रदेश मुख्यमंत्री का बार-बार तिरस्कार होना और सुजानपुर विधायक की मंत्री पद की लालसा और इनकी आपसी खींचतान के कारण सुजानपुर विधानसभा हिमाचल का सबसे पिछड़ा हुआ क्षेत्र बन गया है। प्रदेश में आपदा से हाहाकार मचा हुआ है वहीं कांग्रेसी विधायक सिर्फ खानापूर्ति की राजनीति कर अपनी राजनीति रोटियां सेकने में लगे हैं। उनके पास केंद्र सरकार की आलोचना के सिवा और कोई कार्य नहीं। यह बात भाजपा हमीरपुर जिला सचिव विनोद ठाकुर ने कहीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेसी विधायक और उनके कुछ नेता यह बात बोलकर अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश करते हैं कि सीमित संसाधनों में भी कांग्रेस सरकार कुशल प्रबंधन कर रही है। अगर सीमित संसाधन हिमाचल के पास है तो उन्होंने किस आधार पर लोगों को चुनावों के दौरान 10 गारंटी 10 दिन में पूरी करने के लिए लोगों से वादा किया था । आज लगभग 9 माह होने को है। प्रदेश की हर महिला ₹1500 अपने खाते में आने का इंतजार कर रही है ,गोबर 2 पर किलो प्रति बिकने का इंतजार कर रहा है, बेरोजगार युवा अपने रोजगार का इंतजार कर रहा है, बिना ब्याज के मिलने वाला कर्ज पर अभी तक सरकार का कोई रुख सामने नहीं आया है। उल्टा उनके विधायक केंद्र सरकार की तरफ मुंह कर सहायता मांगते हैं और सहायता मिलने पर फिर से ओछी और निम्नस्तरीय राजनीति शुरू कर देते हैं । विनोद ठाकुर ने कहा कि हमीरपुर जिला में सबसे ज्यादा आपदा का कहर सुजानपुर में बरसा है। जिला हमीरपुर की अन्य विधानसभा में भी काफी नुकसान हुआ है परंतु सुजानपुर विधायक और प्रदेश मुख्यमंत्री की अपनी खींचतान के बीच आज सुजानपुर दोनों तरफ से पिसा हुआ है। प्रदेश मुख्यमंत्री का बार-बार तिरस्कार करने के कारण उनका एक भी दौरा सुजानपुर का नहीं हुआ और साथ ही साथ सुजानपुर विधायक की मंत्री पद की लालसा के कारण आज सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र हिमाचल का सबसे पिछड़ा हुआ क्षेत्र बन गया है। आज भी सुजानपुर की कितने ही पंचायतों और गांवों से जुड़ने वाले स्थानीय रास्ते बेहाल पड़े हैं । पानी और बिजली की समस्याएं पर कार्यवाही धीमी पड़ी है और सड़कों की बिगड़ती हालत के कारण दुर्घटना होने की शिकायतें निरंतर बड़ रही है। इन सभी से सुजानपुर विधायक अपना किनारा करते नजर आते हैं। अभी तक सिर्फ मोदी सरकार और केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर के प्रयासों के द्वारा प्रदेश को राहत पहुंचाई गई है। चाहे वह 11000 पक्के मकान की बात हो, 2700 करोड़ के करीब सड़कों के पुनर्निर्माण के लिए हो व और भी कई सहायता केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकार को दी गई है। उसके लिए हिमाचल प्रदेश की जनता मोदी सरकार व कैबिनेट मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर का आभार करती है।