आवाज हिमाचल। हमीरपुर
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के चौरी में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें हज़ारों की संख्या में महिलाओं ने भाग लिया और कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व विधायक राजेंद्र राणा का समारोह में पहुंचने पर डोल नगाड़ों के साथ बड़ी गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। कार्यक्रम में सभा स्थल भी छोटा पड़ गया और लोग घरों की बालकनी और छत्तों पर बैठकर इस आयोजन के भागीदार बने। इस मौके पर पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने महिलाओं को संबोधित करते हुए मोदी सरकार की योजनाओं की सराहना की और हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सुक्खू सरकार की संकीर्ण सोच इसी बात से जाहिर हो जाती है कि चौरी में आज के सम्मेलन के लिए जो स्थान निर्धारित किया गया था, वहां सम्मेलन करने की अनुमति स्थानीय विधायक के हस्तक्षेप पर सरकार ने रद्द कर दी ताकि यह सम्मेलन ना हो सके। लेकिन इसके बावजूद महिलाओं का उत्साह कम नहीं हुआ और हजारों महिलाओं ने इस सम्मेलन में शामिल होकर सरकार की इस तानाशाही सोच को मुंहतोड़ जवाब दिया है। राजेंद्र राणा ने हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू ने चुनाव से पहले महिलाओं को ₹1500 मासिक भत्ता देने का वादा किया था, लेकिन अब तक इस वादे को पूरा नहीं किया गया। उन्होंने कहा, “महिलाओं से फार्म भरवा लिए गए, लेकिन वे फार्म सरकार ने नदी में फेंक दिए। यह महिलाओं के साथ सरासर धोखा है। राणा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार का एकमात्र उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, उज्ज्वला योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, मुद्रा योजना और तीन तलाक कानून जैसी योजनाओं से महिलाओं को न केवल सुरक्षा बल्कि स्वावलंबन भी मिला है।