आवाज हिमाचल। हमीरपुर
जिला हमीरपुर में स्क्रव टायफस ने पाँव पसारना शुरू कर दिया है! अब तक जिला के अस्पतालो में तीन मामले सामने आ चुके है! जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग भी सतर्क हो गया है! स्वास्थ्य विभाग हमीरपुर ने बरसात के सीजन में लोगों को सतर्क रहने व इस बीमारी से संबधित लक्षण दिखने पर अस्पतालो में चेकप करवाने की सलाह दी है! वहीं स्वास्थ्य विभाग ने समस्त खंड चिकत्सा अधिकारीयों को स्क्रव टाइफस के बारे में लोगों को जागरूक करने व नए मामलों पर निरंतर नजर बनाए रखने के निर्देश भी दिए है!
दीगर है कि बरसात के मौसम में स्क्रब टायफस फैलने का खतरा ज्यादा होता है! स्क्रब टाइफस की बीमारी थ्रोम्बोसाइटोपेनिक माइट्स नामक कीड़ा के शरीर में प्रवेश करने से शुरू होती है तो उससे शरीर में स्क्रब टाइफस के बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। स्क्रब टाइफस की बीमारी बढ़ जाने के कारण मल्टी ऑर्गन फेल्योर का खतरा भी बढ़ सकता है जो एक घातक बीमारी है। जिसको लेकर अब स्वास्थ्य विभाग भी अब अलर्ट पर है । स्क्रब टायफस बीमारी ज्यादातर मिट्टी में पाए जाने वाले कीटाणु की वजह से फैलती है जो शरीर पर हमला करके लोगों को अपनी चपेट में लेता है इसमें किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को निर्देश दिए हैं ।
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सीएमओ डॉक्टर आरके अग्निहोत्री ने बताया कि हमीरपुर जिला में अब तक स्क्रब टायफस के तीन मामले सामने आ चुके हैं। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वह इस बीमारी का कोई भी लक्षण सामने आते ही नजदीकी अस्पताल में जाकर इसका टेस्ट करवा किस बीमारी को जरा भी हल्के में ना लिया जाए समय पर इसका इलाज करवा कर इसे ठीक हुआ जा सकता है।उन्होंने बताया कि स्क्रब टाइफस के लक्षणों की समय पर पहचान करने और इसका समय पर इलाज करने से इस बीमारी को गम्भीर होने से बचाया जा सकता है।जब स्क्रब टाइफस की बीमारी के लक्षण दिखायी दें तो साधारण पेनकिलर या पैरासिटामोल जैसी दवाइयां लेने की बजाय तुरंत अपने डॉक्टर से सम्पर्क करें।