आवाज हिमाचल। बिझड़ी
विकास खंड बिझड़ी की बड़ागांव पंचायत के गुरु दा बन गांव में एक बार फिर जमीन धंसना शुरू हो गयी है और करीब 20फ़ीट चौड़ी चौड़ी दरारे पड़ने से गांव के लोगों क़ो खतरा उत्पन्न हो गया है।गौर तलब है कि पिछले वर्ष भी इस गांव में यही स्तिथि उत्पन्न हो गयी थी और स्थानीय पंचायत और प्रशासन ने कारणों का पता लगाने के लिए काफ़ी जदोजहत की थी लेकिन कोई हल नहीं निकल पाया था।इस बार भारी वारिश के चलते स्थिति और ज्यादा ख़राब हो गयी है।
बताते चलें कि गांव के बिचों बीच करीब 20फ़ीट की दरारे पड़ गयी हैं और जमीन धंसती जा रही है जिसके चलते लोग डर के साये में हैं।कुछ लोग इसका कारण खड्ड में हो रहे अंधा धुंध खनन मान रहे हैं क्यों कि यह गांव शुक्र खड्ड के किनारे है और क्रेशरों की भरमार होने के चलते हर रोज खड्डों से भारी मात्रा में रेता,बजरी और पथरों क़ो उठाया जा रहा है।
प्रभावित परिवारों नरेन्द्र सिंह,करतार सिंह,गुरबक्श सिंह और मीना कुमारी सहित अन्य लोगों ने बताया कि गत वर्ष प्रशासन ने उन्हें किसी अन्य जगह पर मकान बनाने के लिए भूमि तो आवंटित कर दी थी परन्तु आज़ तक भूमि हस्तान्तरण की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है जिसके चलते प्रक्रिया अभी लटकी हुई है।लोगों ने आग्रह किया है कि भूमि हस्ताँत्रण की प्रक्रिया क़ो जल्द से जल्द अम्लीजामा पहनाया जाए ताकि हम कहीं सुरक्षित स्थान पर अपना घर बना सकें।
बॉक्स
ग्राम पंचायत बड़ा ग्राम के उप प्रधान बल राम सिंह ने बताया कि इस गांव में लोगों की जमीन धंस रही है और काफ़ी मकानों क़ो खतरा उत्पन्न हो गया है जिसके बारे में प्रशासन क़ो अवगत करवा दिया है तथा प्रशासन से गुहार लगाई गयी है कि कारणों का पता लगा कर जल्द से जल्द समाधान निकाला जाए और जो भूमि इनको आवंटित की गयी है उसकी हस्ताँत्रण की प्रकिया क़ो जल्द पूरा किया जाएऔर साथ इन परिवारों क़ो अपना आशियाना बनाने के लिए अतिरिक्त आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जाए ताकि यहाँ के निवासी डर के साये से निकल कर सुख चैन की से जिंदगी जी सकें।
बॉक्स
गरुआ दा वण गांव में जमीन धंसने से ग्रामीण डर के साये में जीने को मजबूर है! सरकार व प्रशासन को समस्या के समाधान के जल्द ही उचित कदम उठाने जरूरी है ताकि लोगों को राहत मिल सके!
अनुराधा देवी,प्रधान बड़ाग्राम पंचायत