आवाज़ हिमाचल! नादौन
गलोड़ तहसील के बुद्धवीं गांव के राहुल शर्मा ने जन्म से नेत्रों में कम दृष्टि होने के बावजूद संगीत विषय में यूजीसी नेट की परीक्षा को जेआरएफ सहित उत्तीर्ण करके अपने सपने को साकार किया। वे पहले भी यूजीसी नेट की परीक्षा को चार बार उत्तीर्ण कर चुके हैं। संगीत विषय में उनकी रूचि 5 वर्ष की आयु से ही बढ़नी शुरू हो गई थी। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा नवदीप पब्लिक स्कूल गलोड़ से प्राप्त की। उन्होंने अपनी स्नातक संगीत गायन विषय में नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेमोरियल डिग्री कॉलेज हमीरपुर से तथा स्नातकोत्तर संगीत गायन विषय में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण की।
वर्तमान में वे हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से संगीत विषय में ही अपनी पीएचडी कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त यूट्यूब पर उनके कई गीत जैसे डोली, सुनेहा, ज्योति ज्वाला, मोरे श्याम ने इत्यादि जनता के बीच खूब प्रसिद्ध हुए। उन्होंने अनेक राज्य स्तरीय, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मंचों पर जैसे वॉइस ऑफ हिमाचल, वॉइस ऑफ हिमालयाज, डीएनएस सुर सरताज, आवाज पंजाब दी, सारेगामापा लिटिल चैंप्स मैं अपनी आवाज का लोहा मनवाया एवं अपने इलाके का प्रतिनिधित्व किया। गायन के साथ साथ वे वाद्य वादन, कविता एवं गीत लेखन और मिमिक्री जैसी कलाओं में भी निपुण है। अपनी सभी उपलब्धियों का श्रेय वे अपने माता पिता सतीश कुमार एवं सुजाता कुमारी, अपने गुरुजनों स्वर्गीय शिवकुमार मधु जी, प्रोफेसर मनोज कौंडल जी एवं डॉक्टर मधुर स्वर मिश्रा जी तथा अपने सभी मित्रों एवं संबंधियों के अद्वितीय सहयोग को देते हैं।